हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,बेशक उलेमा इकराम अंबिया अलैहिस्सलाम के वारिस है ऊलेमा की जिंदगी अंबिया की इल्मि मीरास की तक्सीम में बसर होती है।
वह अपने ज्ञान के खजाने से अज्ञान के अंधेरे को रोशन करते हैं और अंधेरे रास्तों पर चलने वालों के मार्गदर्शन दिखाते हैं। मौलाना के दुनिया से जाने के बाद उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी।
आज मौलाना सैय्यद साबिर हुसैन साहब खोजवा जिला सिवान बिहार के निधन की खबर सुनकर दिल दहल गया इस बात का इज़हार मौलाना सैय्यद रज़ी जै़दी फंदेेड़वी दिल्ली ने बड़े अफसोस के साथ किया।
उन्होंने कहा कि मरहूम बहुत अच्छे इंसान थे जब भी वह अपने वतन जाते थे तो तमाम स्टूडेंट से मुलाकात करके ही जाते थे, आप एक बेहतरीन अखलाक के मालिक थे।
मैं इस मुसीबत में बराबर का शरीक हूं और उनके लिए अल्लाह ताला से दुआ करता हूं कि परवरदिगार मरहूम के परिवार वालों को सब्र अता करें और अल्लाह तआला मरहूम के दर जात को बुलंद करें और उनको जवारे अहलेबैत अ.स. में जगह अता करें।
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समाचार कोड: 370107
5 जुलाई 2021 - 19:01
हौज़ा/मौलाना सैय्यद साबिर हुसैन नक़वी सुल्तानी खोज्वा बिहार जिला सीवान के रहने वाले थे, सुल्तानुल मदारिस से आखरी डिग्री हासिल की वह एक अच्छे बा अखलाक और नेक इंसान थे अल्लाह तआला उनकी मगफिरत फरमाए और जवारे अहले बैत अ.स. में जगह आता करें। आमीन